जब आप सो रही होंगी
नींद में झूम रही होंगी
मैं चुपके से आऊँगा
आप की आत्मा को चूम लूँगा
प्यार के बीज डालूँगा
यह सोच कर
खिलेंगे फूल रंग बिरंग
नाचेंगी तितलियाँ
करेंगी स्वागत
एक गीत गाऊँगा
जो ना भुला पाओगी
सुबह
जगने के बाद
भीड़ में खो जाओगी
मुझे इंतज़ार होगा
तुम्हारा
नींद में
जब मैं
आपको निहारूँगा
क्योंकि
सपने कभी तो सच होंगे
नींद में झूम रही होंगी
मैं चुपके से आऊँगा
आप की आत्मा को चूम लूँगा
प्यार के बीज डालूँगा
यह सोच कर
खिलेंगे फूल रंग बिरंग
नाचेंगी तितलियाँ
करेंगी स्वागत
एक गीत गाऊँगा
जो ना भुला पाओगी
सुबह
जगने के बाद
भीड़ में खो जाओगी
मुझे इंतज़ार होगा
तुम्हारा
नींद में
जब मैं
आपको निहारूँगा
क्योंकि
सपने कभी तो सच होंगे
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